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Thursday 20 December 2012

स्पीक एशिया और एसोसि‍एशन के लोग बि‍क गए हैं



 

स्पीक एशिया और एसोसि‍एशन के लोग बि‍क गए हैं….खुली बग़ावत होनी चाहि‍ए

एसोसि‍एशन के लोग बि‍क गए हैं….खुली बग़ावत होनी चाहि‍ए…;भारतीय न्‍यायपालिका को व्‍यर्थ बदनाम कि‍या जा रहा ….EOW ने अपना काम कि‍या….कोर्ट ने भी अपना काम कि‍या….कम्‍पनी ने क्‍या कि‍या… RBI & EOW का बहाना बताकर असलि‍यत से कि‍नारा कर लि‍या…..कम्‍पनी और बड़े लीडर पेनलि‍स्‍ट को ग़ुमराह करते रहे….धैर्य की शि‍क्षा देते रहे। जागो जागो जागो…AISPA और SAOL दोनों ने मिलकर पेनलिस्टों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया, अब हम इनके साथ जंग छेड़ेंगे

दोस्तों अब कम्पनी से पैसा वापस लेने के लिए मात्र एक ही उपाय बचा है और वो है सारे स्पीक एशियन मिलकर सरकार को ज्ञापन देना और ई0ओ0डब्ल्यू0 से मूलधन वापसी के लिए पूरा मदद करने की विनती करना, न कि कम्पनी रिस्टार्ट करवाने के लिए और इससे भी बात नहीं बनती है तो पूरे भारत भर मे धरना व प्रदर्शन करना जब तक सरकार पैसा वापसी करवाने के लिए हामी नहीं भर देती है
क्योंकि कम्पनीं की नीयत पैसा वापस करने की नहीं है इसलिए पैसा वापसी के लिए पूरे पेनलिस्टों का दबाव कम्पनी पर होना चाहिए तभी कुछ हो सकता है अन्यथा कम्पनी की चिकनी चुपड़ी बातों में आकर अब हम सबको कुछ भी नहीं हासिल होने वाला क्योंकि मेरे हिसाब से कम्पनी की नीयत में खोंट शुरु से ही थी और आज भी है और एक साजिश के तहत कम्पनी ने फ्राड किया है। इतना ही नहीं AISPA की भी पोल खुलनी चाहिए,
मेरे हिसाब से इसका गठन एक साजिश के तहत हुआ है और AISPA को उलझाकर रखने का काम सौंपा गया है, इसीलिए तो AISPA कम्पनी की कभी बुराई नहीं करती और आज तक इतने सारे लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है। यदि हम अभी भी नहीं चेते तो ये सब हम लोगों की भावनाओं के साथ खेलते रहेंगे। हम बापी सरकार व उनके सहयोगियों का समर्थन करते हैं।
एक वक्त हुआ करता था जब दभास्कर.कॉम पर यदि कोई स्पीक एशिया के खिलाफ प्रतिक्रिया भी दर्ज कराता था तो लोग ताने मार-मार कर उसे घायल कर दिया करते थे और एक वक्त यह आया है कि 24 घंटे के भीतर दो-दो टीमें स्पीक एशिया एवं उसकी उसके पुनर्गठन के लिए बनाई गई ऑल इंडिया स्पीक एशिया पेनलिस्ट एसोसिएशन का खुले विरोध पर उतर आईं हैं।
अभी हाल ही में मिले एक नए मेल में पेनलिस्ट मनोज कुमार ने बापी सरकार के विरोध का समर्थन करते हुए जंग का एलान किया है। उनका मानना है कि एसोसिएशन का गठन पेनलिस्ट को बरगलाने के लिए किया गया है ताकि देश भर में संभावित कानूनी कार्रवाईयों को रोका जा सके और धीरे धीरे लोग स्पीक एशिया को भूल जाएं, साथ ही अपने मूलधन को भी।
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Dear Speakasian soj samaj kar jo aap logo ko sahi lege jald se jald kare aise na ho sochte sochte late na ho jaye .

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